अन्तर (G.A.P.)

एक बड़ा अन्तर है, रिक्त-स्थान है, लेखकों और प्रकाशकों के बीच।
(G.A.PGap between Authors and Publishers)

यह दूरी और बढ़ जाती है जब हम प्रादेशिक भाषाओँ की बात करते है। अनंत अनुभवी लेखक अपनी कृति को खोजी पाठकों तक पहुँचा ही नहीं पाते और इसी दूरी की वजह से हम सब वंचित रह जाते है उन अनूठी कहानियों को पढ़ने से, प्रादेशिक सभ्यता को जानने से, अपनी स्वयं की संस्कृति को अपनाने से।

पहली क़िताब FIRSTBOOK© इस अंतर (रिक्त-स्थान – GAP) को विलय करने के लिए शुरू किया गया है और एक भारतीय भाषा के लेखकों का स्व-नियंत्रित सहयोगात्मक समुदाय हैं – विशेषज्ञों का समूह आपकी सहायता के लिए सक्रिय है। जहां लेखक अपनी मुख्य क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं और वहाँ पुस्तकों को सेल्फ-पब्लिश करने के लिए सक्षम / सशक्त होते हैं।

हमारा उद्देश्य है कि कोई भी फ़ासला शेष नहीं बचना चाहिये।
कोई भी भारतीय भाषा पीछे नहीं छूटनी चाहिए ।
कोई भी प्रतिलिपि अप्रकाशित नहीं बचनी चाहिए ।

पहली क़िताब संस्थापक

आप बने रहें हमारे साथ और हम सब मिल कर यह प्रण करें, निश्चय करें कि 15वीं अगस्त 2019 के बाद एक नया आंदोलन रूपी प्रभाव लेकर हम इस क्रांतिकारी सहयोगात्मक स्वयं-प्रकाशन प्रणाली (सेल्फ पब्लिशिंग इको-सिस्टम) में शामिल होने के लिए तैयार हो जाएं।